प्रयागराज । शिक्षा के लिए संसाधन और अध्यापक से अधिक लगन और पढने का जज्बा जरूरी होता है | इस बात को साबित कर रहे यूपी की जेलों में सलाखों के पीछे तालीम ले रहे वो कैदी जिनके पास पढने के लिए न तो जरुरी संसाधन है और न ही पढ़ाने वाले अध्यापक ही बावजूद इसके इन्होने यूपी बोर्ड के दसवी और बारहवी के इम्तिहान के नतीजो में कामयाबी का एक ऐसा कीर्तिमान कायम किया है जो अपने आप में सबसे अलग है |
यूपी की जेलों में बंद कैदियों की बोर्ड परीक्षा का रिजल्ट खुली हवा में पढाई कर रहे आम परीक्षार्थियों से भी अधिक रहा है |
*यूपी बोर्ड के रिज़ल्ट में कैदियों ने छात्रों को पछाड़ा*
यूपी बोर्ड ने 21 अप्रैल को अपने दसवीं और बारहवीं के नतीजों का ऐलान कर दिया । इस बार यूपी में हाईस्कूल में 89.55 फीसदी परीक्षार्थी सफल रहे हैं जबकि इंटर में 82.60 परीक्षार्थियों को कामयाबी मिली है। वहीं अगर यूपी की जेल में बंद कैदियों के बोर्ड इम्तिहान के नतीजे देखे तो हाईस्कूल में कैदियों का रिजल्ट 97.80 फीसदी रहा है जबकि इंटर में 82.86 फीसदी कैदी कामयाब हुए है। इस तरह दसवी में कैदियों का रिजल्ट आम छात्रों से 8.35 फीसदी और इंटर में आम छात्रों से 0.28 फीसदी अधिक रहा है। *रिज़ल्ट में जेलों में गाजियाबाद के कैदी सबसे आगे*
यूपी की जेलों में बंद कैदियों ने इस बार भी अपनी पढ़ाई लिखाई का लोहा यूपी बोर्ड के आम छात्रों को मनवा दिया है |
यूपी बोर्ड के सचिव दिव्यकान्त शुक्ला बताते हैं कि यूपी बोर्ड की परीक्षा में इस बार प्रदेश की 30 जेल से हाई स्कूल में 115 और इंटर में 135 कैदियों का रजिस्ट्रेशन हुआ था ।
इस परीक्षा में हाई स्कूल में 91 और इंटर में 105 कैदी शामिल हुए थे । बोर्ड द्वारा रिजल्ट जारी होने पर इसमें हाई स्कूल में कुल 89 कैदी पास हुए हैं जबकि इंटर में इनकी संख्या 87 है । प्रदेश मैं हाई स्कूल में 19 जिलों के कैदियों का रिजल्ट सौ फीसदी रहा है केवल गोरखपुर जिला जेल का रिजल्ट 0% रहा है जहां हाई स्कूल में शामिल हुआ कैदी फेल हो गया है । इसके अलावा इंटरमीडिएट में 16 जिलों का रिजल्ट शो फीसदी रहा है । इंटरमीडिएट में भी गोरखपुर जिला जेल का रिजल्ट 0% रहा है और यहां का कैदी भी फेल हो गया है । प्रदेश में सबसे अच्छा रिजल्ट गोरखपुर जिला जेल का रहा है जहां हाई स्कूल और इंटर दोनों में 17-17 कैदी पास हुए हैं और यहां का रिजल्ट 100 फीसदी रहा है।