प्रयागराज : किसानों की आय दोगुनी करने और उन्हें आत्म निर्भर बनाने के उत्तर प्रदेश के संकल्प को धरातल में उतारने के लिए कृषि में अभिनव तकनीकियों का समावेश आवश्यक है। प्रयागराज में इसी उद्देश्य को लेकर कृषि वैज्ञानिक एवं किसान कुंभ का आयोजन किया गया । तीन दिन चले इस सम्मेलन में देश भर से आए कृषि वैज्ञानिकों और किसानों ने हिस्सा लिया । केंद्र सरकार और राज्य सरकार किसानों की आय दो गुनी करने के लिए किसानों के लिए नई योजनाएं लाने के साथ उन्हें तकनीकी से रूबरू करा रही है। प्रयागराज के बायोवेद कृषि एवं प्रौद्योगिकी शोध संस्थान की तरफ से इसी उद्देश्य को पूरा करने के लिए आयोजित इस अधिवेशन में परंपरागत खेती से हटकर आधुनिक तरीके से अधिक आय आधारित खेती करने के तरीकों और उसके फायदे के विषय में जानकारी साझा की गई | तीन दिन तक चलने वाले इस कृषि और वैज्ञानिक सम्मेलन में रासायनिक उर्वरको के इस्तेमाल से बंजर हो रही उपजाऊ जमीन में रासायनिक उर्वरको और कीटनाशको के स्थान पर जीवांश पर आधारित उर्वरक और कीटनाशक इस्तेमाल करने पर जोर दिया गया | इसके अलावा परंपरा गत फसलों को जगह अधिक आय देने वाली फसलों और बागवानी करने पर जोर दिया गया । लाख की खेती को प्रदेश में किसानों के बीच ले जाने के लिए मंथन हुआ । सम्मेलन में कृषि को उद्यम का दर्जा देने की मांग की गई । तीन दिवसीय इस अधिवेशन का समापन कृषि के विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य करने वाले 17 लोगों के सम्मान समारोह से हुआ ।