प्रयागराज , 10 फरवरी : लखनऊ में आज से शुरू हुए यूपी ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट की तरह ही प्रयागराज में आज जनपदीय निवेश कुम्भ आयोजित किया गया । शहर के संगम सभागार में आयोजित इस निवेश कुम्भ में निवेशक , उद्यमी संगठन और मैनेजमेंट के छात्र और शिक्षक भी मौजूद रहे ।
प्रोत्साहन ,इज ऑफ डूइंग बिजनेस और सुरक्षित माहौल से बदला नजरिया
प्रयागराज के डीएम कार्यालय में आज आयोजित जनपदीय निवेश कुम्भ में 120 से अधिक निवेशको ने हिस्सा लिया । निवेशकों के साथ उद्यमी संगठन , मैनेजमेंट गुरु और छात्र भी इस कार्यक्रम में शामिल हुए । लखनऊ में शुरू हुए यूपी ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट का सीधा प्रसारण देखने के बाद उद्यमी संगठन ने इस निवेश महा अभियान पर अपनी बात रखते हुए सूबे में सरकार द्वारा निवेश के लिए पैदा किये गए उपयुक्त माहौल को इसके लिए जिम्मेदार बताया है। ईस्टर्न यूपी चैम्बर ऑफ़ कॉमर्स के प्रेसिडेंट विनय टंडन का कहना है कि पिछले 6 बरसो में प्रयागराज में निवेश के वातावरण और अधिकारियों के रवैय्ये को लेकर बहुत बदलाव आया है ।
पहले हम लोग सरकार को अपनी समस्याओं के लिए अप्रोच भी नहीं कर पाते थे , बता नहीं पाते थे, शेयर नहीं कर पाते थे । लेकिन आज छोटे से छोटे स्तर पर भी उसका समाधान हो रहा है । माहौल भी सकारात्मक हुआ है । अधिकारियों की अप्रोच बदली है अब उद्यमियों को सम्मान मिल रहा है । प्रयागराज में उद्यमियों के लिए यूपी में सबसे अधिक सहयोग पूर्ण माहौल है । यूपी में प्रयागराज में इन्फ्रास्ट्रक्चर सबसे अधिक है , यहाँ पर डेडीकेटेड रेलवे फ्रेट कोरिडोर है , सड़कों का जाल है , रेलवे का नेटवर्क है, एअर कनेक्टिविटी बढ़ी है। और अब तो यहाँ वाटर वेज का भी रास्ता खुल रहा है ।
नैनी इंडस्ट्रीयल एसोसिएशन के अध्यक्ष राजीव नैय्यर कहते हैं कि 5-6 साल पहले हम लोगों को निवेश के किसी भी काम के लिए अलग -अलग विभागों के महीनो चक्कर लगाने पड़ते थे । लेकिन योगी सरकार द्वारा इज ऑफ़ डूइंग बिज़नेस का मॉडल लागू करने से अब निवेश मित्र पोर्टल से ऑनलाइन सभी प्रक्रियाएं सम्पन्न हो रही है इसलिए निर्धारित समय के अन्दर अधिकारियों को काम करना पड़ता है । कानून ब्यवस्था में आमूल चूल परिवर्तन आने से भी स्थितियां बहुत बदली हैं ।
उद्यमिता के साथ प्रबंधन और सूचना-प्रौद्योगिकी ने दिया मजबूत आधार
निवेश कुम्भ में ट्रिपल आई टी के मैनेजमेंट विभाग की विभागाध्यक्षा डॉ .प्रज्ञा सिंह की अगुवाई में मैनेजमेंट के 12 छात्रों की एक टीम भी अपने बिजनेस मॉडल लेकर पहुची । मैनेजमेंट गुरु प्रोफ़ेसर प्रज्ञा सिंह का कहना है कि उद्यमिता के विकास के लिए सूचना प्रौद्योगिकी का आधार लेना जरुरी है तभी औद्योगिक क्रान्ति संभव है ।
सरकार भी यूपी में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और सेण्टर ऑफ़ एक्सीलेंस के तीन तीन केंद्र स्थापित करने जा रही है जो इसके लिए आधार तैयार करेंगे । उनका कहना है कि यूपी के पास 25 करोड़ का कंज्यूमर बेस है जिसकी जरूरत को पूरा करने के लिए शैक्षिणक संस्थान भी महत्वपूर्ण योगदान दे रहे हैं । हमारे यहाँ सरकार ने इनोवेशन सेल और इनक्यूबेशन सेल खोले हैं । सरकार आईआईटी कानपुर, एमएनएनआईटी प्रयागराज, आई आई आई टी प्रयागराज जैसे संस्थान को 1 से 20 करोड़ रूपये के बजट से हर साल मदद देती है ताकि ये संस्थान छात्रों में इनोवेशन और इनक्यूबेशन से जुड़े छोटे छोटे बिजनेस मॉडल तैयार करें और देखें कि ये आर्थिक विकास में कैसे सहयोग कर सकते हैं ।