प्रयागराज : शहर के हमीदिया गर्ल्स डिग्री कॉलेज में आत्मनिर्भर भारत की थीम पर आधारित एनएसएस के 7 दिवसीय विशेष शिविर का आज समापन हो गया। समापन समारोह के कार्यक्रम के मुख्य अतिथि के रूप में इलाहबाद यूनिवर्सिटी के प्रोफसर आशीष सक्सेना विभागाध्यक्ष ने अपना संबोधन देते हुए कहा कि आत्मनिर्भर भारत की अवधारणा हमेशा से हम लोगों के बीच रहा है। यह कोई नई बात नहीं है, यह एक मुहिम है हमारे समाज में हमेशा से अपने पैरों पर खड़ा होना अपनी जिम्मेदारी को उठाना और निभाना सिखाया जाता रहा है ।उन्होंने कहा कि हमें अपने पोटेंशियल को पहचानने की जरूरत है जिस दिन हमें अपने पोटेंशियल का एहसास हो जाएगा हम आत्मनिर्भर हो जाएंगे।
हम अकेले आत्मनिर्भर होने की बात नहीं कर सकते हैं समाज की आवश्यकता को भी पहचाने ।वर्तमान समय बाजार प्रणाली पर है बाजार लाभ के लिए होता है जहां हमारे स्वास्थ्य और सुरक्षा की कोई गारंटी नहीं होती है। पहले हमारे गांव आत्मनिर्भर हुआ करते थे सारी आवश्यकताएं हम अपने गांव में ही पूरा कर लेते थे परंतु आज छोटी छोटी चीजों के लिए हम बाजार पर निर्भर हो गए हैं। हमें स्थानीय स्तर पर अपनी आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए मौजूदा संसाधनों का प्रयोग करके उद्यम स्थापित करना चाहिए। महात्मा गांधी ने स्वराज की बात की है। स्वराज का केंद्र बिंदु ‘स्वदेशी’ है जिसमें आत्मसक्षमता की बात कही गई है। उन्होंने कहा कि समाज में महिलाओं और पुरुषों के कार्यों की जो समझ बनी हुई है उसको हमें अलग अलग करके देखने की आवश्यकता है। बच्चों का पालन पोषण एवं खाना बनाना केवल महिलाएं ही कर सकती हैं यह जरूरी नहीं है। महिलाएं पिछड़ी हुई है, यह बात सही नहीं है हर फील्ड में वह आगे हैं हर व्यक्ति के अंदर प्रतिभा है कौशल है।
आत्मनिर्भरता हासिल करने में महिलाएं भी पुरुषों के बराबर हैं बस उनकी प्रतिभा को आकार देने की आवश्यकता है। जब समाज में या धारणा स्थापित हो जाएगी की पुरुषों की तरह महिलाओं को भी आर्थिक स्वालंबन हासिल करना है तभी हम आत्मनिर्भर भारत का निर्माण कर पाएंगे। उन्होंने संदेश दिया कि आप सभी महिलाएं हैं अपने कौशल को पहचानिए सक्षम बनिए सशक्त बनिए आर्थिक सशक्तिकरण से ही सामाजिक सशक्तिकरण को स्थापित किया जा सकता है। डॉ इरम फरीद उस्मानी ने फूलों का पौधा भेंट कर मुख्य अतिथि का स्वागत किया। डॉक्टर सबीहा आज़मी, डायरेक्टर सेंटर फॉर वुमन स्टडीज ने मुख्य अतिथि का स्वागत व परिचय प्रस्तुत किया। सात दिवसीय विशेष शिविर के दौरान आयोजित गतिविधियों की संक्षिप्त आख्या कार्यक्रम प्रभारी श्रीमती शरमीन फात्मा द्वारा प्रस्तुत किया गया। शिविर के दौरान आयोजित विभिन्न प्रतियोगिताओं की विजेताओं को प्रमाण पत्र वितरित किए गए। बेस्ट वॉलिंटियर का खिताब आलिया हसीब और सादक़ीन बेगम, को दिया गया। कार्यक्रम का संचालन एवं धन्यवाद ज्ञापन कार्यक्रम अधिकारी डॉ इरम फरीद उस्मानी ने किया।