यूपी के प्रयागराज शहर के पतंजलि ऋषि कुल विद्यालय में 30 वीं राज्य स्तरीय राष्ट्रीय बाल विज्ञान कांग्रेस में दूसरे दिन बाल वैज्ञानिकों ने अपने शोध प्रपत्र पेश किए। इन बाल वैज्ञानिकों के शोध प्रपत्र को निर्णायक मंडल के सामने प्रस्तुत किया गया। शोध पत्रों में पत्थरों में मृदा में अम्लीय स्तर का बढ़ना, फास्ट फूड का स्वास्थ्य पर हानिकारक प्रभाव, और बोतलबंद पीने वाले पानी का स्वास्थ्य पर प्रभाव जैसे विषयों पर शोध किया गया था । इन बाल वैज्ञानिकों की रचनात्मक शक्ति को देखकर निर्णायक मंडल अभिभूत हो गया। इस अवसर पर एक कार्यशाला का भी आयोजन किया गया जिसमें एनसीएससी उत्तर प्रदेश के राज्य आयोजन समिति के महासचिव पीके पांडे मुख्य वक्ता के रूप में मौजूद रहे। उन्होंने आमंत्रित विद्यार्थियों और शिक्षकों को खगोल शास्त्र विषय के गूढ़ रहस्यों को साझा किया । बाल वैज्ञानिकों के मन की जिज्ञासा को शांत करने के लिए यहां पर एक फेस टू फेस कार्यशाला का आयोजन भी किया गया जिसमें आए वैज्ञानिक प्रोफेसर डीके चौहान, प्रोफेसर रविंद्र धर ,डॉक्टर नीरज कुमार, प्रोफेसर अभय कुमार पांडे, प्रमोद कुमार पांडे ने बाल वैज्ञानिकों से पारिस्थितिकी और जीव के स्वास्थ्य से जुड़े कई प्रश्न करके अपनी मन की जिज्ञासा को शांत किया। पतंजलि ऋषि कुल के प्रधानाचार्य नित्यानंद सिंह ने अपने वक्तव्य में इस तरह के आयोजन के माध्यम से बच्चों में वैज्ञानिक सोच पैदा करने और विज्ञान के क्षेत्र में करियर बनाने को लेकर प्रेरित किया । कार्यक्रम के दूसरे दिन का समापन रंगारंग कार्यक्रम से हुआ जिसमें पतंजलि ऋषि कुल के छात्रों और विभिन्न जिलों से आए छात्रों ने अपनी प्रस्तुतियों के माध्यम से अपनी प्रतिभा सामने रखी।