दुनिया के सबसे लोक प्रिय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की मां हीराबेन का निधन हो गया है | जिन्दगी के शताब्दी वर्ष में प्रवेश कर चुकी माँ हीराबेन को स्वास्थ्य संबंधी कुछ समस्या के चलते अहमदाबाद के ‘यू एन मेहता इंस्टीट्यूट ऑफ कार्डियोलॉजी एंड रिसर्च सेंटर’ में भर्ती कराया गया था जहां आज तडके उन्होंने जीवन की अंतिम सांस ली |
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी मां को श्रद्धांजलि देते हुए ट्वीट किया , ‘‘शानदार शताब्दी का ईश्वर चरणों में विराम… मां में मैंने हमेशा उस त्रिमूर्ति की अनुभूति की है, जिसमें एक तपस्वी की यात्रा, निष्काम कर्मयोगी का प्रतीक और मूल्यों के प्रति प्रतिबद्ध जीवन समाहित रहा है. मैं जब उनसे 100वें जन्मदिन पर मिला तो उन्होंने एक बात कही थी, जो हमेशा याद रहती है कि काम करो बुद्धि से और जीवन जियो शुद्धि से.
अपने भाई-बहनों में सबसे छोटी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की माँ हीराबेन का बचपन काफी संघर्ष में गुजरा , छोटी सी उम्र में उन्होंने अपनी मां को खो दिया | हीरा बा ने स्कूल का दरवाजा नहीं देखा था, उन्होंने देखी थी तो सिर्फ गरीबी और घर में हर तरफ अभाव. जब वह बहुत छोटी थीं तभी उनकी मां का देहांत हो गया जिसके चलते लालन पालन नानी के यहाँ हुआ | दामोदर दास मूलचंद मोदी के साथ वैवाहिक जीवन की डोर में बंधी हुआ था. हीराबेन के छह बच्चे हैं- सोमा मोदी, अमृत मोदी, नरेंद्र मोदी, प्रह्लाद मोदी, पंकज मोदी और एक बेटी वासंती मोदी, जिनमें पांच बेटे और एक बेटी है. नरेंद्र मोदी उनके तीसरे बेटे हैं | आज उनका अंतिम संस्कार गांधी नगर के मुक्ति धाम में किया गया | खुद नरेंद्र मोदी ने उनका अंतिम संस्कार किया और उन्हें मुखाग्नि दी | नरेंद्र मोदी के उस राष्ट्रीय स्वच्छता अभियान की प्रेरणा भी उनकी माँ हीराबेन ही थी जिसकी वजह से दुनिया भर में उनकी चर्चा रही |