प्रयागराज ।
प्रयागराज की सेंट्रल नैनी जेल में बन्द माफिया अतीक के करीबी एवं फाइनेंसर नफीस बिरयानी की दिल का दौरा पड़ने से अस्पताल में मौत हो गई है। नफीस न्यायिक अभिरक्षा में नैनी सेंट्रल जेल में निरुद्ध था। उसकी तबीयत खराब होने पर दिनांक 17 दिसंबर की रात उसे शहर एसआरएन हॉस्पिटल में जेल प्रशासन द्वारा दाखिल कराया गया था जहां आज 18 दिसंबर की सुबह उपचार के दौरान उसकी
उसकी मृत्यु हो गई है। डॉक्टरो ने इसकी पुष्टि करते हुए बताया है कि प्रथम दृष्टया हार्ट अटैक से नफीस की मृत्यु हुई है । शव का पंचायतनामा कर उसका पोस्टमार्टम करने की कार्यवाही की जा रही थी।
*कौन है नफीस बिरयानी*
नफीस बिरयानी प्रयागराज का एक बड़ा कारोबारी था जो माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ का काफी करीबी था। प्रयागराज के धूमनगंज के उमेश पाल तिहरे हत्याकांड में वह सह आरोपी था और फरारी के दौरान पुलिस ने उसपर 50 हजार का ईनाम घोषित किया था। नफीस बिरयानी को 22 नवंबर को पुलिस ने जिले के अनापुर इलाके से मुठभेड़ में गिरफ्तार किया था और इसके बाद वह न्यायिक हिरासत में सेंट्रल नैनी जेल में बंद था।
*नफीस की मौत के साथ दफन हो गए कई राज*
शहर के खुल्दाबाद का रहने वाला मोहम्मद नफीस उर्फ नफीस बिरयानी की करेली में एक ठेले में बिरयानी बनाता था । लेकिन अतीक के भाई अशरफ के संपर्क में आने पर उसने ईट ऑन बिरयानी की शॉप खोली। उसकी ईट ऑन बिरयानी की शॉप धीरे-धीरे ब्रांड बन गई । जिसके बाद उसने फ्रेंचाइजी देना भी शुरू कर दिया था । बताते हैं कि नफीस बिरयानी की एक महीने की कमाई 2 करोड़ के आसपास थी, जिसमें से कमाई का लगभग चौथाई हिस्सा 40 से 50 लाख रुपए नफीस हर महीने अतीक अहमद की बीवी शाइस्ता परवीन और अशरफ को पहुंचता था।
अतीक अहमद और अशरफ के जेल में रहते माफिया अतीक अहमद के परिवार का रियल एस्टेट का मैनेजमेंट भी नफीस बिरयानी ही देखता था।
24 फरवरी 2023 को हुए अधिवक्ता उमेश पाल और दो सरकारी गनर हत्याकांड में जिस क्रेटा कार का इस्तेमाल हुआ था वह क्रेटा कार नफीस बिरयानी की पाई गई इसी आधार पर नफीस बिरयानी के खिलाफ उमेश पाल शूटआउट केस में साजिश में शामिल होने के आरोप में धूमनगंज थाने में एफआईआर दर्ज की गई थी । नफीस बिरयानी की मौत के साथ अतीक अहमद की करोड़ों की संपत्ति से जुड़े कई पार्टनर्स और संपत्ति के राज भी दफना हो गए हैं।