प्रयागराज:
दिल्ली में लाल किले के पास हुए बम ब्लास्ट की दिल दहला देने वाली घटना से पूरा देश आक्रोशित है।
इस आतंकी हमले के बाद अब पाकिस्तान के खिलाफ ऑपरेशन सिंदूर 2.0 करने की मांग उठने लगी है। प्रयागराज में इस दुखद हादसे में जान गंवाने वाले निर्दोष लोगों की स्मृति में सोमवार की शाम प्रयागराज में श्रद्धांजलि सभा आयोजित की गई। सिविल लाइंस स्थित सुभाष चौराहा पर आयोजित इस श्रद्धांजलि कार्यक्रम में सैकड़ों नागरिकों ने मोमबत्तियां जलाकर मृतकों की आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की।
कार्यक्रम का नेतृत्व आचार्य हरिकृष्ण शुक्ला (गुरुजी) ने किया। उन्होंने कहा कि यह घटना देश के लिए गहरी पीड़ा का विषय है। निर्दोष लोगों की जान जाना किसी भी रूप में सहन नहीं किया जा सकता। उन्होंने कहा, “दिल्ली बम ब्लास्ट में मृत परिवारों के लिए यह असहनीय पीड़ा है। इस दुख की घड़ी में पूरा देश उनके साथ खड़ा है। ईश्वर से प्रार्थना है कि सभी दिवंगत आत्माओं को शांति और उनके परिजनों को इस गहन दुख को सहने की शक्ति दे।”
आचार्य शुक्ला ने कहा कि आतंकवाद मानवता के खिलाफ सबसे बड़ा अपराध है और इसका कोई धर्म, जाति या मजहब नहीं होता। उन्होंने युवाओं से अपील की कि वे समाज में शांति, एकता और भाईचारे का संदेश फैलाएं। श्रद्धांजलि सभा में उपस्थित लोगों ने दो मिनट का मौन रखकर पीड़ितों को नमन किया और देश में अमन-चैन की कामना की।
कैंडल जलाते समय कई लोगों की आंखें नम हो गईं। शहर के विभिन्न संगठनों, शिक्षकों, छात्रों और स्थानीय निवासियों ने इसमें बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। सभी ने एक सुर में कहा कि ऐसे कृत्यों की देश में कोई जगह नहीं होनी चाहिए और दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिए।
आचार्य शुक्ला सहित वहां जुटे सभी लोगों ने भारत सरकार से मांग की है कि इस आतंकी घटना में जैसे जैसे पाकिस्तान के आतंकी संगठनों के तार जुड़ रहे हैं ऐसे में धीरे धीरे साफ हो रहा है कि यह पाकिस्तान के इशारे में की गई कायराना साजिश है। अभी ऑपरेशन सिंदूर खत्म नहीं हुआ है केवल स्थगित हुआ है। ऐसे में अब ऑपरेशन सिंदूर 2.0 का वक्त आ गया है।
श्रद्धांजलि सभा का समापन “वसुधैव कुटुंबकम” के संकल्प के साथ हुआ, जिसमें सभी ने देश की एकता और मानवता की रक्षा का संदेश दिया ।


