विश्व मंच पर जाएगा आगरे का पेठा, ऐसे घुलेगी मिठास

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* आगरा।* आगरा के प्रसिद्ध पारंपरिक पेठे की मिठास अब केवल भारत ही नहीं, बल्कि वैश्विक मंच पर भी घुलने जा रही है। योगी सरकार की महत्त्वाकांक्षी ‘वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोडक्ट’ (ओडीओपी) योजना की सफलता के चलते, आगरा का मशहूर पेठा इस बार 14 से 27 नवंबर तक राजधानी दिल्ली में आयोजित होने वाले 44वें इंडिया इंटरनेशनल ट्रेड फेयर (आईआईटीएफ) में एक बड़ा वैश्विक मंच प्राप्त करेगा।

ट्रेड फेयर में आगरा की ओर से पेठा उद्यमी राजेश अग्रवाल प्रतिभाग करेंगे। उन्हें इस प्रतिष्ठित अंतरराष्ट्रीय मेले में अपने उत्पादों को प्रदर्शित करने और अंतरराष्ट्रीय खरीदारों तथा उपभोक्ताओं तक सीधे पहुँचने का अवसर मिलेगा। यह पहल आगरा के पारंपरिक स्वाद को अंतर्राष्ट्रीय बाजार में एक मजबूत पहचान दिलाने की दिशा में एक बड़ा कदम है।

*ओडीओपी योजना बनी ब्रांडिंग का आधार*
योगी सरकार ने आगरा के पेठे को ओडीओपी योजना में शामिल कर इसकी ब्रांडिंग और निर्यात क्षमता को नई गति दी है। इस योजना के कारण न केवल स्थानीय कारीगरों को प्रोत्साहन मिला है, बल्कि गुणवत्ता नियंत्रण और पैकेजिंग में भी सुधार आया है, जिससे इसकी वैश्विक अपील बढ़ी है।

*पेठा उद्यमी ने योगी सरकार को कहा धन्यवाद*
पेठा उद्यमी राजेश अग्रवाल ने इस अवसर पर खुशी व्यक्त करते हुए कहा कि ओडीओपी योजना ने हम जैसे स्थानीय उद्यमियों को वैश्विक बाज़ार में उतरने का साहस दिया है। आईआईटीएफ जैसे मंच पर पेठे को प्रदर्शित करना हमारे लिए किसी सपने से कम नहीं है। हम योगी सरकार और जिला प्रशासन को इस पहल के लिए धन्यवाद देते हैं। हमें उम्मीद है कि हमारे उत्पाद अंतरराष्ट्रीय खरीदारों को आकर्षित करेंगे।

*निर्यात क्षमता को मिली नई उड़ान*
इस संबंध में उपायुक्त उद्योग अनुज कुमार ने बताया कि योगी सरकार की ओडीओपी योजना का उद्देश्य हर जिले के विशिष्ट उत्पाद को वैश्विक पहचान दिलाना है। आगरा के पेठे की निर्यात क्षमता को बढ़ाने के लिए हम लगातार काम कर रहे हैं। आईआईटीएफ में पेठा उद्यमी का प्रतिनिधित्व, इसी दिशा में एक महत्वपूर्ण प्रयास है। इससे आगरा के पेठे की ब्रांडिंग और मजबूत होगी और क्षेत्रीय अर्थव्यवस्था को एक नई गति मिलेगी।

*क्षेत्रीय अर्थव्यवस्था को मिलेगा बढ़ावा*
उपायुक्त उद्योग ने कहा कि यह आयोजन न केवल आगरा के पेठे को एक बड़ा व्यावसायिक अवसर देगा, बल्कि योगी सरकार के उस संकल्प को भी दर्शाता है, जिसके तहत उत्तर प्रदेश के पारंपरिक शिल्प और उत्पादों को वैश्विक मानचित्र पर स्थापित किया जा रहा है। पेठे को मिली यह पहचान स्थानीय कारीगरों और उद्यमियों की आय में वृद्धि करेगी और आगरा की मीठी पहचान को विश्वभर में फैलाएगी।

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