प्रयागराज के प्रतिष्ठित शिक्षण संस्थान पतंजलि ऋषिकुल का वार्षिकोत्सव आज इलाहाबाद मेडिकल एसोसिएशन के प्रेक्षागृह में सम्पन्न हो गया | वार्षिकोत्सव तीन चरणों में मनाया गया | आयोजन के प्रथम चरण में कक्षा 1 -2 के विद्यार्थियों की थीम लिविंग टुगेदर हार्मोनी और दुसरे चरण में कक्षा 3-5 के विद्यार्थियों की थीम सेलिब्रेट यूनिटी एब्रस डाइवर्सिटी की थीम पर और तीसरा चरण इन हार्मोनी विथ डाइवर्सिटी की थीम पर आयोजित किया गया | कार्यक्रम के शुभारम्भ में मुख्य अतिथि विजय विश्वास पन्त मौजूद रहे | दीप प्रज्ज्वलन में श्री पुष्पराज सिंह ,एडिशनल कमिश्नर श्री राजीव पाण्डेय, सहायक सचिव, सेण्टर ऑफ़ एक्स्सलेंस,सेंट्रल बोर्ड ऑफ़ सेकेंडरी एजुकेशन, माननीय श्री पीयूष अग्रवाल,न्यायाधीश इलाहाबाद हाईकोर्ट , डॉ.सुमित डेविड लिडिल, निदेशक एवं प्रधानाचार्य , आई.पी.ई.एम इंटरनेशनल स्कूल, विशिष्ट अतिथि डॉ.युगांतर पाण्डेय, वित्त सचिव, आई.एम.ए. प्रयागराज,गणमान्य अतिथि श्री प्रवीण तिवारी , बी. एस. ए., पतंजलि ऋषिकुल स्कूल के प्रबंधन समिति के गणमान्य सदस्य श्री रवीन्द्र गुप्ता, अध्यक्ष , डॉ.कृष्णा गुप्ता, उपाध्यक्ष, श्री यशोवर्धन, माननीय रेखा बैद, निदेशक, श्रीमती अल्पना डे, प्रधानाचार्य एम. पी. वी. एम. , श्रीमती माधुरी श्रीवास्तव, प्रधानाचार्य गंगा गुरुकुलम एम. पी. वी. एम., श्रीमती विभा श्रीवास्तव, प्रधानाध्यापिका पतंजलि नर्सरी स्कूल एवं श्री नित्यानंद सिंह, प्रधानाचार्य पतंजलि ऋषिकुल सम्मलित हुए |
प्रातःकालीन सत्र में कक्षा 3-5 के बच्चों के एक से एक बढकर धमाकेदार प्रस्तुतियों की और दर्शकों की तालियों का लूटी | नृत्याञ्जलि में मोहिनीअट्टम, कुचिपुड़ी, ओडिसी, भरतनाट्यम, कथक नृत्य को देवी-देवताओं को समर्पित करते हुए मनोहारी प्रस्तुति दी गई | Courage to Be and Act द्वारा छोटे-छोटे बच्चों ने गौतम बुद्ध के दिए जीवन-मूल्यों और शिक्षाओं को बड़े ही प्रभावशाली ढंग से प्रस्तुत किया | इसी तरह A King Isn’t Born; It Is Made द्वारा नन्हें-मुन्ने बच्चों ने भारत के स्वर्णिम इतिहास को अपने सजीव अभिनय से मंच पर जीवंत कर दर्शकों को मंत्र-मुग्ध कर दिया | परिवर्तन नुक्कड़ नाटिका में बदलते भारत की खूबसूरत तस्वीर दिखाई गई और यह बताया कि हमें अपने आस-पास जो भी गलत हो रहा है उसे बदलने की ज़िम्मेदारी भी हमारी है | My Life Is My Making (Walk Show) में प्रेरणादायी महान व्यक्तित्त्वों के रूप में सजे बच्चों का दर्शकों ने जमकर तालियों से अभिनन्दन किया |
मुख्य अतिथि माननीय पीयूष अग्रवाल ने अपने वक्तव्य में बच्चों की प्रशंसा करते हुए उनके उज्जवल भविष्य की कामना प्रकट की | उन्होंने शिक्षा के तीनों स्तंभों प्राथमिक शिक्षा ,माध्यमिक शिक्षा एवं उच्च शिक्षा की चर्चा करते हुए कहा कि ‘अच्छी शिक्षा मानव निर्माण के अति आवश्यक है’| प्रधानाचार्य श्री नित्यानंद सिंह के धन्यवाद ज्ञापन के साथ प्रथम सत्र का समापन हुआ |
मध्याह्न कालीन सत्र में प्रधानाचार्य नित्यानंद सिंह ने अपने स्वागत संबोधन में समस्त अतिथिगण, अभिभावकगण का उनके आगमन और सहयोग के लिए आभार प्रकट किया | सांस्कृतिक श्रंखला को आगे बढ़ाते हुए मंच पर कक्षा 1-2 के बच्चों ने अपनी ज़ोरदार भागीदारी दर्ज कराई | In the Lap of the Nature के द्वारा बच्चों ने प्रकृति के उदात्त सौन्दर्य को दर्शाते हुए उससे प्रेम करने और सद्भाव रखने का सन्देश दिया | जहाँ एक तरफ वंदना नृत्य ‘अभ्युदय’ में मंच पर थिरकते बच्चों ने सृष्टि के निर्माता, संरक्षक और संचालक ईश्वर के प्रति अपनी श्रद्धांजलि प्रकट की वहीं दूसरी ओर It’s a small world गीत से उन्होंने वसुधैव कुटुम्बकं का सन्देश दिया | बच्चों ने ‘अखंड अतुल्य भारत’ नृत्य द्वारा अद्भुत अनुपम भारत की रंग-रंगीली , मनोहारी छवि प्रस्तुत कर दर्शक दीर्घा की प्रशंसा बटोरी | ‘सितारों का कारवां’ कर्णप्रिय, पुराने मनमोहक गीतों पर रंग-बिरंगे परिधानों में सजे मंच पर ठुमकते बच्चों को देखकर दर्शक भाव-विभोर हो उठे |
मुख्य अतिथि माननीय राजीव पाण्डेय ने छोटे -छोटे बच्चों के प्रदर्शन को खूब सराहा और जीवन में कभी भी न रुकने और सदा आगे बढ़कर लक्ष्य को प्राप्त करने का सन्देश दिया |उन्होंने नई शिक्षा नीति की विभिन्न जानकारियां साझा की | उन्होंने शिक्षक/शिखिकाओं और अभिभावक से बच्चों की रुचियों को समझने और उन्हें अवसर देने का आग्रह किया जिससे वे अपने सर्वांगीण विकास कर सकें |
प्राइमरी समन्विका श्रीमती अनुपमा द्विवेदी के धन्यवाद ज्ञापन के साथ द्वितीय सत्र का समापन हुआ |
इसके बाद इस सांस्कृतिक संध्या को आगे बढ़ाने की ज़िम्मेदारी आई पतंजलि ऋषिकुल के सीनियर विद्यार्थियों के कन्धों पर और उन्होंने इसे बख़ूबी निभाया | सर्वप्रथम अतिथिगण का स्वागत करने की ज़िम्मेदारी को पुनःश्री नित्यानंद सिंह ने संभाला और समस्त अतिथिगण का उनके आगमन और बच्चों के उत्साहवर्धन के लिए हार्दिक आभार प्रकट किया | विद्यालय उपाध्यक्ष डॉ.कृष्णा गुप्ता जी ने अपने संबोधन में समस्त कार्यक्रम की प्रशंसा करते हुए सभी बच्चों एवं शिक्षक / शिक्षिकाओं को निरंतर इसी प्रकार अग्रसर रहने की प्रेरणा दी | सायंकालीन सत्र का शुभारम्भ विघ्नहर्ता ‘गणेश वंदना’ से हुआ जिसने प्रेक्षागृह को गजानन की भक्ति से ओतप्रोत कर दिया | विद्यालय की योग टोली ने ‘आदि शिवोहम’ में योग की विभिन्न मुद्राओं का प्रदर्शन करते हुए समुद्र मंथन में निकले विष और योग विद्या के प्रथम आदि गुरु योगी प्रभु शिव के विषपान की प्रस्तुति से इस सांस्कृतिक संध्या को ख़ास बना दिया | Impact play बच्चों ने ‘पुलवामा अटैक’ और हमारे जांबाज़ सैनिकों का बालाकोट स्ट्राइक के द्वारा यह बताया कि अनेकता में एकता का सर्वश्रेष्ठ उदहारण हमारी अपनी भारतीय सेना है, जहाँ हर एक सैनिक की पहचान है ‘भारतीय’ और धर्म है ‘देशप्रेम’ I We can &We Will गीत के द्वारा दर्शाया कि अलग-अलग धर्म, जाति, वेश-भूषा,बोली के होते हुए भी हम एक हैं, एक साथ प्रगति की राह पर आगे बढ़ सकते हैं और आगे बढ़ रहें हैं | Unity in Religion’ Mime act में सर्वधर्म समभाव के सन्देश को अपने शानदार मूक अभिनय से सजाकर प्रेक्षागृह के मुख्य आकर्षक का केंद्र बने | ‘अंधेर नगरी चौपट राजा’ भारतेंदु हरिश्चंद्रजी के हास्य लेकिन शिक्षाप्रद इस नाटक में बच्चों ने विवेकहीन, निरंकुश शासन व्यवस्था पर जहाँ हास्य से गुदगुदाया तो वहीं साथ ही साथ करारा व्यंग्य करते हुए सशक्त सन्देश दिया | सांस्कृतिक लोक दर्पण में रंगीले भारत के राज्यों के लोक संगीत-नृत्य को लेकर मंच पर आये पारम्परिक परिधानों में सजे बच्चों ने दर्शकों को खूब लुभाया | कला की न कोई भाषा होती है,न देश और न ही कोई सीमा…….इसकी झलक लेकर आयी विद्यालय की नृत्य टोली ने ‘मिले सुर मेरा तुम्हारा’ में कथक, स्पैनिश, कॅन्टेम्प्रेरी, हिप-हॉप, जैज़, एफ़्रो,कोरियन नृत्य विधाओं की प्रस्तुति ने दर्शकों को भी झूमने पर विवश कर दिया |
विशिष्ट अतिथि श्री विजय विश्वास पन्त ,कमिश्नर प्रयागराज ,ने विद्यालय के कार्यक्रम की प्रशंसा करते हुए विद्यालय के बच्चों के परिश्रम की सराहना की |
विद्यालय की उपाध्यक्ष डॉक्टर कृष्णा गुप्ता जी ने बच्चों के कार्यक्रम की सराहना करते हुए उनके उज्जवल भविष्य की कामना की | उन्होंने समस्त शिक्षक/ शिक्षिकाओं की भूरि-भूरि प्रशंसा की| एवं निरंतर अग्रसर रहने की प्रेरणा दी|
विद्यालय सचिव श्री यशोवर्धन एवं निदेशिका मैंम रेखा बैद ने बच्चों के उत्कृष्ट प्रदर्शन की प्रशंसा की और उनके उज्जवल भविष्य की शुभकामानायें दी |
मुख्य अतिथि श्री सुमित डेविड लिडिल ने अपने वक्तव्य में सभी बच्चों के सभी कार्यक्रमों की प्रशंसा करते हुए उनको बधाई देते हुए निरंतर सर्वांगीण विकास के लिए अग्रसर रहने की प्रेरणा दी एवं पतंजलि ऋषिकुल के उत्कृष्ट प्रदर्शन की सराहना की |
विशिष्ट अतिथि डॉ.युगंतार पाण्डेय एवं कमिश्नर श्री विजय विश्वास पन्त जी ने बच्चों को उनके स्वास्थ्य के बारे में हमेशा जागरूक रहने की प्रेरणा दी क्योंकि स्वस्थ रहकर अपने लक्ष्य को प्राप्त कर सकेंगे |
वरिष्ठ समन्वयक सौरभ अग्रवाल के धन्यवाद ज्ञापन के साथ कार्यक्रम की सांस्कृतिक संध्या का शुभ समापन हुआ |