कथक की जन्मस्थली प्रयागराज के हंडिया कस्बे में आज हंडिया माटी का आयोजन किया गया। उत्तर प्रदेश संगीत नाटक अकादमी लखनऊ और कथक केंद्र प्रयागराज के साझा प्रयास से यह आयोजन किया गया । द कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि डॉक्टर रेखा सिंह और जिला पंचायत अध्यक्ष डॉ वीके सिंह द्वारा दीप प्रज्वलन के साथ हुआ । उन्होंने अपने उद्बोधन में कहा कि कथक नृत्य की जन्मस्थली की खोज भारत सरकार के दूरदर्शन द्वारा उच्च श्रेणी मान्यता प्राप्त नृत्यांगना उर्मिला शर्मा द्वारा किया गया और इसके लिए वह बधाई के पात्र हैं। उर्मिला ने अपने परिश्रम और लगन से इस महोत्सव की शुरुआत कर हंडिया क्षेत्र को गौरवान्वित किया है । कार्यक्रम में कथक केंद्र प्रयागराज के कलाकारों काव्या, समृद्धि, विराज सुकृति स्नेहा ने गणेश वंदना की मनमोहक प्रस्तुति की। इसके बाद भारतीय सांस्कृतिक समन्वय परिषद दूरदर्शन और आकाशवाणी से वरिष्ठ वादक विजय चंद्रा ने अपनी शानदार प्रस्तुति दी । तीसरी प्रस्तुति में रोहित कुमार ने आदि देव भगवान शंकर की कत्थक नृत्य के जरिए प्रस्तुति की । इसके बाद स्मृति गुप्ता द्वारा’ ए री सखी मोरे पिया घर आए ‘ को अभिनीत किया गया। इसी क्रम में पंडित बिरजू महाराज द्वारा निर्मित राग कलावती में तराना कथक केंद्र के कलाकारों उन्नति मिश्रा ,आस्था कुमार स्मृति व समृद्ध श्रीवास्तव द्वारा प्रस्तुत किया गया । आशीष सिंह द्वारा लखनऊ व जयपुर घरानों पर आधारित वंदना तराना वह भजन की प्रस्तुति भी की गई जिसे दर्शकों ने जमकर सराहा। महोत्सव की अंतिम प्रस्तुति लखनऊ से आई अंतर्राष्ट्रीय कलाकार रजनी तिवारी द्वारा की गई। कथक केंद्र प्रयागराज की निर्देशक उर्मिला शर्मा ने सभी कलाकारों व दर्शकों को धन्यवाद दिया।